इस पोस्ट में हम आपको विश्वप्रसिद्ध भारतीय वनस्पति आक फूल (मदार, अकौआ-Aak Flower (Madar) के बारे में बताने वाले है | आक-अकौआ-मदार आयुर्वेद ग्रंथो में वणित एक सुप्रसिद्ध वनस्पति है । औषधिय गुणों से भरपूर आक के पौधे का इस्तेमाल पूजा के लिए किया जाता है। पूजा के लिए इस्तेमाल होने वाला यह पौधा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके माध्यम मे अनेक दवाओं का निर्माण होता है । साथ ही यह व्यापक रूप से घरेलू दवाओं के तौर भी प्रयोग किया जाता है । मुख्यत: यह दो प्रकार का होता सफेद और लाल । लाल फूलों वाला आक पंजाब से असम तक तथा सफेद आक राजस्थान, पंजाब, उत्तर भारत, बंगाल, दक्षिण भारत, मध्य प्रदेश, गुजरात आदि में होता है । आक के पौधे जंगलों, उजाड ऊसर व खण्डहरों तथा रेलवे लाइनों के दोनों तरफ स्वयं उग जाते हैं ।
आक फूल (मदार, अकौआ) के फायदे और नुकसान | Aak Flower (Madar) Benefits & Loss
आक के पौधे 3 से 9 फुट तक ऊंचे होते है । सफेद आक कहीं-कहीं इससे भी ऊंचा दिखाई पडता है । यह अनेक शाखाओं वाला हरा-भरा पौधा होता है । लाल आक के पौधे प्राय: गर्मियों में विशेष हरे-भरे नज़र आते है जबकि सफेद आक के पौधे कई-कई वर्षों तक चलते हैं । दोनों में (लाल में कुछ कम) पत्ते, डंठल आदि तोडने पर दुध-सा पदार्थ निकलता है । यह चरचरा होता है । तने और मुख्य शाखा की छाल हल्की, पीलापन लिए हुए खाकी-सी तथा मुलायम होती है । छोटी शाखाएं कोमल रुई की तरह सफेद-सफेद सूक्ष्म रोमों से घनावृत होती हैं ।
इसके डंठल छोटे-छोटे तथा उनकी पत्तियां अभिमुख रहती हैं । ये प्राय: 4 से 8 इंच लम्बी होती हैं । ये अंडाकार, लम्बाग्र, चर्मीली, आधार की और कुछ हृदयाकार तथा निचले हिस्से पर रुई की भांति रोमावृत होती है । किन्तु लाल मदार में पत्ते इनकी अपेक्षा कुछ विशेष लम्बे-चौड़े एवं निचले भाग में कम रोयें वाले होते हें । श्वेत मदार के फूल ऊपर की और किंचित पीलापन लिए हुए श्वेत मक्खन की तरह लगते हैं । यह गन्धहीन और व्यास में प्राय: डेढ दो इंच होते हैं । इनके अन्दर की लोंग श्वेत होती हें एवं पंखुडियां फैली हुई रंहती हैं । यद्यपि इनमें फूल सदैव कुछ न कुछ बने रहते हैं पर फारुगुन-चैत्न माह में यह और अधिक निकलते हैं । लाल आक के फूल बैगनी रंग के कुछ सुगन्धित होते हें । इनका व्यास लगभग 1 इंच होता है । इनकी पंखुडियां खडी होती हैं । दोनों में ही फूल गुच्छी में लगते हैं ।
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फूल झड़ने के बाद इनही के स्थानों पर हरे रंग के चिकने, लम्बे, दबाने से फटने वाले फल या डोंडे निकलते हैं । सफेद आक का डोंडा कुछ छोटा और लाल आक का वड़ा होता है । डोंडा बीच में मुड़ा हुआ पर इधर-उधर उभरा होता है जो देखने में तोते की चोंच जैसा मालूम पड़ता है । इसी से इसको ‘शुकफल’ भी कहते हैं । इसके अन्दर काले रंग वाले कोमल रुई से आवृत बीज होते है । पकने पर इस रुई समेत बीज छिटक जाते हैं जो प्राय: हवा में उडते देखे जाते है ।
आक फूल (मदार, अकौआ) से जोड़ो के दर्द में फायदे
जो लोग जोड़ो के दर्द से परेशान हैं उनके लिए आक के पत्ते दवा का काम कर सकते हैं। जोड़ो के दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप आक की परिपक्य पत्तियों को तोड़कर बिना पानी मिलाए पीस लें और एक महीन पेस्ट तैयार करें। आप इस पेस्ट में आवश्यक हो तो थोड़ा सा नमक भी मिला सकते हैं। इस मिश्रण को दर्द वाले जोड़ो पर लगाएं। 2 से 3 दिनों तक नियमित रूप से सुबह-शाम इस मिश्रण का उपयोग करने पर यह जोड़ो के दर्द और सूजन से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
आक फूल (मदार) के पौधे के अन्य स्वास्थवर्धक फायदे :
अगर किसी को चलती गाड़ी में उलटी आती है तो पैर के नीचे आक के पत्ते को रख लें, इससे यात्रा में कोई दिक्कत नहीं होगी।
कांटा से लगने पर या कांच पैर में घुसने पर आक फूल (मदार) के फायदे :
यदि शरीर के किसी अंग में कांच या कांटा घुस गया हो तो आप मदार के पौधे से निकलने वाले सफेद रंग के दूध को उस जगह पर लगा लें. कांच व कांटा पक करके अपने आप ही बाहर निकल जाएगा |
आक फूल (मदार, अकाओ) के नुकसान | Aak Flower (Madar) Losses :
आयुर्वेदिक और औषधीय गुणों के साथ-साथ आक में जहरीली प्रवृत्ति भी होती है। इस पौधे से निकलने वाले दूध में जहर होता है जिसका उपयोग पशुओं को बेहोस करने के लिए किया जाता है। यदि इसका अधिक मात्रा में सेवन किया जाता है तो इससे मृत्यु भी हो सकती है।
आक फूल (मदार, अकाओ) के फायदे | Aak Flower (Madar) Benefits
- आक फूल (मदार, अकाओ) में ऐसे रसायन होते हैं जो दिल की कार्य क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं |
- अधिक मात्रा में सेवन के फलस्वरूप यह उल्टी, दस्त, धीमी हृदय गति, बेहोशी और मृत्यु तक का कारण बन सकता है।
- यह ज्ञात नहीं है कि आक के धुएं में सांस लेना सुरक्षित है या नहीं ।
- गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान आक का सेवन करने से बचना चाहिए।
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Aak Flower (Madar) FAQ :
Q1. आक फूल का क्या उपयोग है ? | What is the use of Aak Phool ?
Answer : आक-अकौआ-मदार आयुर्वेद ग्रंथो में वणित एक सुप्रसिद्ध वनस्पति है । औषधिय गुणों से भरपूर आक के पौधे का इस्तेमाल पूजा के लिए भी किया जाता है। पूजा के लिए इस्तेमाल होने वाला यह पौधा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके माध्यम मे अनेक दवाओं का निर्माण होता है ।
Q2. आक फूल क्या है ? | What is the flower of AAK ?
Answer : औषधिय गुणों से भरपूर आक के पौधे का इस्तेमाल अनेक दवाओं का निर्माण होता है और आक के पौधे का इस्तेमाल पूजा के लिए भी किया जाता है।
Q3. आक पेड़ का अंग्रेजी नाम क्या है ? | What is the English name for AAK tree ?
Answer : आक के पेड़ को अंग्रेजी में Madar, Gaint Milkweed Crown, Crown Flower कहा जाता है |
Q4. आक फल के क्या फायदे हैं ? | What are the benefits of AAK fruit ?
Answer : आक के पेड़ के अधिकांश हिस्से जिसे मदार के पेड़ के रूप में भी जाना जाता है जिनमें पत्तियां, फूल, जड़ें और बीज शामिल हैं और इसका उपयोग हर्बल या आयुर्वेद दवाओं में किया जाता है।
Conclusion :
आक-अकौआ-मदार आयुर्वेद ग्रंथो में वणित एक सुप्रसिद्ध वनस्पति है । औषधिय गुणों से भरपूर आक के पौधे का इस्तेमाल पूजा के लिए किया जाता है। पूजा के लिए इस्तेमाल होने वाला यह पौधा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके माध्यम मे अनेक दवाओं का निर्माण होता है । साथ ही यह व्यापक रूप से घरेलू दवाओं के तौर भी प्रयोग किया जाता है ।
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