Mahashivratri Puja Vidhi | महा शिवरात्रि पूजा विधि

इस साल महाशिवरात्रि पर काफी खास संयोग बन रहे हैं | महाशिवरात्रि पर्व हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती का शुभ विवाह हुआ था। इसी कारण महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करने के शुभ फलों की प्राप्ति होती है। जानिए महाशिवरात्रि के चार प्रहर का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र ।

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महाशिवरात्रि 2023 पूजा विधि – Mahashivratri Puja Vidhi :

  • इस दिन सूर्योदय से समय उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान कर लें।
  • इसके बाद साफ वस्त्र धारण कर लें। लेकिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचें।
  • अगर व्रत रख रहे हैं, तो शिव जी का मनन करते हुए व्रत का संकल्प लें।
  • मंदिर जाकर शिवलिंग में जलाभिषेक, दूधाभिषेक आदि करें।
  • शिवलिंग में बेलपत्र, धतूरा, फूल, बेर, जौ की बाली आदि चढ़ाएं।
  • इसके बाद भोग लगाएं और जल चढ़ाएं।
  • अंत में विधिवत आरती करने के साथ चालीसा, मंत्र, स्त्रोत और कथा का पाठ करें।
  • इसके साथ ही दिनभर व्रत रखें और सभी नियमों का पालन करें।

महाशिवरात्रि में प्रहर के हिसाब से पूजा

अगर आप प्रहर के हिसाब से शिव जी की पूजा करना चाहते हैं, तो शिवलिंग स्नान के लिए रात्रि के प्रथम प्रहर में दूध, दूसरे में दही, तीसरे में घृत और चौथे प्रहर में शहद से स्नान कराएं। इसके साथ ही स्नान कराते समय प्रहर के हिसाब से इन मंत्रों का जाप करें।

प्रथम प्रहर में- ‘ह्रीं ईशानाय नमः’
दूसरे प्रहर में- ‘ह्रीं अघोराय नम:’
तीसरे प्रहर में- ‘ह्रीं वामदेवाय नमः’
चौथे प्रहर में- ‘ह्रीं सद्योजाताय नमः

महाशिवरात्रि मनाने का कारण ?

फाल्गुन कृष्ण चतुर्दश्याम आदिदेवो महानिशि।
शिवलिंग तयोद्भूत: कोटि सूर्य समप्रभ:॥

ईशान संहिता में दिए इस श्लोक के अनुसार, फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को महानिशीथकाल में भगवान शिव करोड़ों सूर्यों के समान प्रभाव वाले लिंग रूप में प्रकट हुए थे। इस कारण इस दिन शिवलिंग की पूजा करना शुभ माना जाता है।भगवान शिव को अति प्रिय है बेलपत्र, जानिए महाशिवरात्रि पर बिल्वपत्र चढ़ाने का सही तरीका वहीं दूसरी मान्यता के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का शुभ विवाह हुआ था।

महाशिवरात्रि पर शिवजी को न चढ़ाएं ये फूल

महाशिवरात्रि के दिन पूजा में शिवजी को केतकी के फूल नहीं चढ़ाने चाहिए. इसके साथ ही कनेर, कमल और लाल रंग के फूल भी शिवलिंग पर नहीं चढ़ाने चाहिए. शिवलिंग की पूजा में धतूरे का फूल या सफेद रंग के फूल चढ़ाना बहुत शुभ होता है.

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