असद अहमद और गुलाम मोहम्मद का जनाजा | Asad Ahmed and Ghulam Mohammed Funeral

माफिया डॉन अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और उसके सहयोगी गुलाम मोहम्मद का देर रात झांसी मेडिकल कालेज में पोस्टमार्टम किया गया । शुक्रवार सुबह से इस बात का इंतजार किया जा रहा है कि असद के परिवार के लोग उसके शव को लेने प्रयागराज से झांसी पहुंचेंगे। इस पूरे मामले में अभी तक सस्पेंस बना हुआ है कि किसके शव को प्रयागराज ले जाया जाएगा या किसके शव का अंतिम संस्कार झांसी में ही पुलिस कराएगी। दोनों के शवों को मॉर्चरी में रखा गया। दोपहर बाद असद अहमद के शव को लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हुए। वहां उसके दफनाने की प्रक्रिया को पूरा कराया जाएगा। इसके लिए प्रयागराज में अतीक अहमद के आवास पर लोगों का आना शुरू हो गया हैं |

असद अहमद और मोहम्मद गुलाम का एनकाउंटर परीछा डैम इलाके में बुधवार को दोपहर बाद हुआ था। इसके बाद दोनों के शवों को लेकर एसटीएफ और यूपी पुलिस की टीम चित्रकूट मेडिकल कॉलेज पहुंची। वहां पर पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूरी होने के बाद दोनों के शवों को मॉर्चरी में रखा गया। दावा किया गया कि झांसी एनकाउंटर में मारे गए असद के शव को लेने के लिए उसके नाना और मौसा मेडिकल कॉलेज पहुंच रहे हैं।

असद अहमद जनाजा (Asad Ahmed Funeral)

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असद अहमद के पोस्टमार्टम पर जानकारी

असद अहमद के पोस्टमार्टम को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है । तीन डॉक्टरों के पैनल ने करीब 5 घंटे में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की गयी हैं | असद के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ हुआ है कि माफिया अतीक के बेटे को दो गोली लगी थी । एक गोली पीछे से पीठ में जाकर लगी । यह दिल और सीने को चीरती हुई निकल गई । वहीं, दूसरी गोली असद के सीने में लगी और गले में जाकर फंस गई । डॉक्टरों की टीम ने शरीर के भीतर सो गोली को बरामद किया है । शूटर गुलाम को एक गोली लगी थी। यह गोली पीठ में लगी और दिल- सीने को चीरती हुई बाहर निकल गई। गोली लगने के बाद दोनों का काफी खून बहा। दोनों की मौत का कारण गोली लगना ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है।

असद की मौत के बाद अतीक के चकिया स्थित आवास पर जुटी भीड़।

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कुछ किमी दूर रहकर भी जनाजे में शामिल नहीं हो सकेगा अतीक
अतीक अहमद अपन बेटे के जनाने में शामिल नहीं हो सकेगा। अतीक को इस समय धूमनगंज थाने में रिमांड पर रखा गया है जो अतीक के घर से करीब पांच किलोमीटर की दूरी पर है। कल रात में ही पुलिस ने नैनी जेल से निकालकर अतीक को अपने कब्जे में ले लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। कोर्ट ने अतीक और अशरफ को चार दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंपने का आदेश दिया है। आदेश के अनुपालन में नैनी जेल ने अतीक और अशरफ को पुलिस को सुपुर्द कर दिया है। एसटीएफ की स्पेशल टीम अतीक से पूछताछ कर रही है। जेल के बाहर रहकर भी अतीक बेटे की मिट्टी में शामिल नहीं हो पाएगा।

असद अहमद  के एनकाउंटर के बाद शनिवार को प्रयागराज स्थित चकिया में उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा इस बीच पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी है |

अतीक अहमद के बेटे असद अहमद की एनकाउंटर में मौत के बाद आज (15 अप्रैल) उसका शव झांसी से प्रयागराज लाया जा रहा है, यहां के कसारी मसारी कब्रिस्तान में असद को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा | असद का शव थोड़ी देर में प्रयागराज पहुंच सकता है | असद के रिश्तेदार वकीलों के साथ उसके शव को पैतृक गांव चकिया लेकर आएंगे, वहीं दूसरी तरफ चकिया में उसके अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू हो गई हैं | असद ने नाना हामिद अली ने बताया कि उन्होंने असद को आखिरी विदाई देने के लिए तैयारी कर ली है |

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असद अहमद को प्रयागराज के चकिया में ही कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफन किया जाएगा, शुक्रवार को ही असद की कब्र खोद ली गई थी | असद की कब्र उसके दादा और दादी के बगल में ही खोदी गई है | असद के नाना हामिद अली ने कहा कि हमने असद को बहुत प्यार से पाला था | उन्होंने बताया कि उसके अंतिम संस्कार के लिए कफन का इंतजाम कर लिया है | असद के शव को लाने के बाद उसे नहलाया जाएगा, जिसका इंतजाम कर लिया गया है. शव को नहलाने के बाद उसे कब्रिस्तान ले जाएंगे, जहां उसे सुपुर्द-ए-खाक करेंगे. हालांकि इस बीच खबर ये भी है कि असद के शव को सीधा कब्रिस्तान ले जाया जाएगा |

मां शाइस्ता को लेकर क्या बोले असद के नाना

इस दौरान जब हामिद अली से अतीक की पत्नी शाइस्ता को लेकर सवाल किया गया कि कि क्या असद को आखिरी बार देखने के लिए उसकी मां शाइस्ता परवीन भी यहां पर पहुंचेगी तो उन्होंने कहा कि मां यहां नहीं है. तो वो मजबूरी है. उनके दिल से पूछना चाहिए (क्या ये सही है.) नाना ने कहा कि हमने असद को बहुत लाड़ प्यार से बड़ा किया था.

वहीं दूसरी तरफ असद के शव को अंतिम संस्कार के लिए प्रयागराज लाए जाने से पहले अतीक अहमद के घर के पास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. यहां पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है. अतीक के घर के आसपास और कब्रिस्तान के आसपास भी पुलिस के जवान तैनात है. अतीक के घर पर बैरिकेडिंग की गई है लोगों को गली के बाहर ही रोक दिया गया है.

सुबह से ही परिजनों का इंतजार

झांसी मेडिकल कॉलेज में दोनों के परिजनों का इंतजार होता रहा। असद के शव को प्रयागराज में अपने दादा की कब्र के पास दफनाए जाने की तैयारी की जा रही है। असद के परिजन उमेश पाल मर्डर केस में फरार चल रहे हैं। दरअसल, अतीक और अशरफ अभी यूपी पुलिस की रिमांड कस्टडी में हैं। बड़ा बेटा उमर और दूसरा बेटा अली अलग-अलग जेलों में बंद हैं। दो नाबालिग बेटों को रिमांड होम में रखा गया है।

जनाजे में शामिल नहीं हो सकेगा परिवार का कोई भी सदस्य

असद के जनाजे में उसके परिवार का कोई भी सदस्य शामिल नहीं हो सकेगा। सगे संबंधी ही सारी औपचारिकताएं पूरी कराएंगे। अतीक अहमद ने कोर्ट में अर्जी देकर जनाजे में शामिल होने की गुहार लगाई है। इस पर शुक्रवार को फैसला आएगा। उसे अनुमति मिलती है या नहीं इस पर अभी संशय बना हुआ है। अतीक और अशरफ इस समय नैनी जेल में हैं। असद का एक भाई अली नैनी जेल तो दूसरा भाई उमर लखनऊ जेल में है। दो अन्य भाई अबान और ऐजम राजरूपपुर बाल संरक्षण गृह में हैं। मां शाइस्ता परवीन भी मुकदमा दर्ज होने के बाद फरार है। उसके ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है। अतीक का बहनोई अखलाक जेल में है जबकि बहन आयशा नूरी और उसकी बेटी फरार चल रही है। चाचा अशरफ की पत्नी जैनब भी फरार चल रही है।

मेहंदौरी के कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा गुलाम का शव

असद के साथ एनकाउंटर में मारे गए गुलाम हसन का शव मेहंदौरी स्थित कब्रिस्तान में दफन किया जाएगा। गुलाम का घर शिवकुटी थाना क्षेत्र के मेहंदौरी रसूलाबाद घाट के पास स्थित है। उसकी मां और भाई ने गुलाम का शव लेने के लिए पुलिस से संपर्क नहीं किया है। गुलाम के भाई और मां का कहना है कि वह शव नहीं लेंगे। वह अपराधी था उसने परिवार पर कलंक लगा दिया है। ऐसी दशा में वह उसके शव को नहीं लेंगे। बताया जा रहा है कि गुलाम के ससुराल के लोग शव लेने के लिए झांसी गए हुए हैं।

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चकिया के लोग नाराज, बोले-पुलिस को कोर्ट पर छोड़ना चाहिए था फैसला

झांसी में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में माफिया अतीक अहमद के पांच लाख के इनामी बेटे असद के मारे जाने के बाद उसके मुहल्ले चकिया के लोगों में शुक्रवार को गम और गुस्सा दोनों नजर आया। महिलाएं जहां बुर्के में मातमपुर्सी के लिए बैठी रहीं, वहीं पुरुषों ने एसटीएफ की कार्रवाई पर आक्रोश जाहिर किया।चकिया स्थित अतीक के पुश्तैनी मकान पर पहुंचे शम्सुलरहमान का कहना था कि असद के गुनाहों का फैसला कोर्ट के ऊपर छोड़ना चाहिए था। एसटीएफ ने जो किया वह न्याय नहीं है। असद कोई पेशेवर अपराधी नहीं था कि उसे इस तरह मुठभेड़ में मारा गया।
बुजुर्ग उबैद अहमद का कहना था कि किसी को मजहब के नाम पर इस तरह की सजा नहीं दी जानी चाहिए। असद को पकड़ा जा सकता था। उसने गुनाह किया था तो उसे उसकी कोर्ट के जरिए सजा दिलाई जानी चाहिए थी। असद को उसके गुनाहों की सजा दिलाने की प्रक्रिया न अपनाया जाना अफसोसजनक है।

इसी तरह जावेद अंसारी ने कहा कि जिस तरह पुलिस और एसटीएफ बर्ताव कर रही है, उससे मानवाधिकारों की बलि चढ़नी तय है। उनका कहना था कि अभी असद बहुत ही कम उम्र का था। किसी को गोली मारने में पहली बार उसका नाम आया था। उसे सुधरने का मौका दिया जाना चाहिए था। असद को पकड़कर पूछताछ की जानी चाहिए थी और उसे जेल भेजकर उसके खिलाफ मुकदमा चलाया जाना चाहिए था। सुल्तान हैदर ने भी एसटीएफ की कार्रवाई को अनुचित बताया। उनका कहना था कि इसी तरह होता रहा तो लोगों का कानून-व्यवस्था से भरोसा उठ जाएगा।

FAQ :

Q1. असद अहमद कौन था ? | Who was Asad Ahmed ?
Answer : माफिया अतीक अहमद के 5 बच्चों में असद तीसरा बेटा था जो 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी था और बाकी साथी आरोपियों समेत तब से ही फ़रार था जो UP STF से मुदभेड़ दोरान झासी में एनकांउटर में मारा गारा |

Q2. असद का एनकाउंटर कहा हुआ ? | Where is Asad Ahmed’s Encounter ?
Answer : 13 अप्रैल 2023 को दोपहर में UP STF द्वारा झासी में एनकांउटर हुआ और STF का दावा है कि इनके पास से विदेशी हथियार भी बरामद हुए हैं |

Q3. शूटर मोहम्मद गुलाम कौन था ? | Who was the shooter Mohammad Ghulam ?
Answer : मोहम्म्द गुलाम अतीक अहमद का करीबी रहा है और 24 फरवरी को उमेश पाल जब कोर्ट से अपने घर वापस लौट रहे थे तो उनके घर के सामने ही उन्हें घेरकर मार दिया गया था | गुलाम उस वक्त पहले से ही उमेश के घर के पास ही एक इलेक्ट्रिशियन की दुकान में मौजूद था | जिसकी CCTV फुटेज भी सामने आई थी जिसमे पहले वो दुकानदार से ग्राहक बनकर कुछ सामान निकलवाता है इसी बीच जैसे ही उमेश पाल की गाड़ी वहां पहुंचती है और उस पर पहला फायर होता है तभी गुलाम दुकान से बाहर तेजी से निकलता है और उमेश पर गोलियां बरसाने लगता है | उमेश पाल की हत्या के बाद से ही असद अहमद और गुलाम ये दोनों फरार थे |

Conclusion :

उमेश पाल हत्याकांड के बाद से असद अहमद और मुहम्मद गुलाम फरार थे तब से UP पुलिस इनकी तलाश में थी | 13 अप्रैल 2023 को दोपहर में UP STF द्वारा झासी में इन दोनों का एनकांउटर हुआ था और STF का दावा है कि इनके पास से विदेशी हथियार भी बरामद हुए हैं | 15 अप्रैल को असद अहमद और गुलाम मोहम्मद को दफना दिया गया |

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